उत्त्तराखंड पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने शुक्रवार को उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित हर्षिल और धराली क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों की प्रगति का जायजा लिया और रेस्क्यू में जुटी एसडीआरएफ, पुलिस, फायर सर्विस तथा अन्य आपदा एजेंसियों को बचाव कार्यों को और अधिक गति देने के निर्देश दिए।
डीजीपी सेठ ने आपदा से प्रभावित स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और घटनास्थल से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि बारिश और विषम परिस्थितियों के बावजूद पुलिस और रेस्क्यू एजेंसियों ने अब तक सराहनीय कार्य किया है, लेकिन हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता लापता लोगों को जल्द से जल्द तलाशना है। घायलों और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित एयर लिफ्ट करने की प्रक्रिया तेज की जा रही है।
निरीक्षण के उपरांत डीजीपी सेठ जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन सभागार पहुंचे, जहां उन्होंने रेस्क्यू अभियान में लगे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा की और आपदा प्रबंधन को और अधिक प्रभावी एवं समन्वित बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि “ऐसे दुःखद समय में कुछ लोग सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैला रहे हैं, जिससे जनता भ्रमित हो रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर निरंतर निगरानी बनाए रखें।
इस उच्चस्तरीय बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरुप, पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी, उत्तरकाशी पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल, पीके राय, श्वेता चौबे, सुरजीत सिंह पंवार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
डीजीपी सेठ ने अंत में कहा कि यह समय समर्पण, समन्वय और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने का है। हम सभी को एकजुट होकर आपदा से प्रभावित लोगों के जीवन को सुरक्षित बनाने की दिशा में हरसंभव प्रयास करना होगा।
