हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा 2027 कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर हाल ही में की गई समीक्षा बैठक के बाद, मेले को दिव्य और भव्य रूप में आयोजित करने के लिए निर्माण एवं विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने शुक्रवार को कुंभ मेला क्षेत्र का व्यापक स्थलीय निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध ढंग से काम पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने हरकी पैड़ी महिला घाट विस्तारीकरण योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि यह योजना 2010 से लंबित है और अब इसे परवान चढ़ाने के लिए सभी पक्षों से संवाद जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए आवश्यक होने पर जाह्नवी मार्केट के स्थल का भी उपयोग किया जा सकता है। जिन घाटों पर अब तक रेलिंग नहीं लगी है, वहां संबंधित अधिकारियों को तत्काल रेलिंग लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ने गौरी शंकर द्वीप, नमामि गंगे चंडी घाट, मोक्ष घाट, बैरागी कैंप, दक्ष द्वीप, पंतद्वीप और हरकी पैड़ी से मालवीय द्वीप होते हुए सीसीआर मेला कंट्रोल रूम तक की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने नजीबाबाद हाईवे पर प्रस्तावित गौरी पार्किंग स्थल में मल्टी-मॉडल हब बनाने, चंडी देवी मंदिर तक रोपवे निर्माण, नीलधारा में सांस्कृतिक हब और लेजर शो स्थल, बैरागी कैंप क्षेत्र में अखाड़ों व धार्मिक संस्थाओं की कैंपिंग योजनाओं सहित कई प्रमुख कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।
मुख्य सचिव ने बैरागी कैंप और दक्षद्वीप क्षेत्र में मायापुर स्कैप चैनल के दोनों ओर 15 नए घाटों के निर्माण, आईरिस सेतु से श्रीयंत्र मंदिर होते हुए मातृ सदन तक मार्ग के सुदृढ़ीकरण और कच्ची सड़क को पक्का करने की योजना, कनखल एरिया कैनाल फ्रंट डेवलपमेंट, पार्किंग एरिया, लैंडस्केपिंग तथा दो स्थायी पैदल पुल (एक दक्ष मंदिर को जोड़ने के लिए और दूसरा बैरागी क्षेत्र से सतीघाट तक) की योजनाओं की भी जानकारी ली।
इसके अलावा, कनखल श्मशान घाट के सामने अतिरिक्त स्थायी सेतु, आनन्दमयी पुलिया से झंडा चौक होते हुए दक्ष मंदिर मार्ग के चौड़ीकरण, भीमगोड़ा स्थित खड़खड़ी श्मशान घाट को चमगादड़ टापू से जोड़ने हेतु स्थायी सेतु निर्माण जैसे कार्यों की प्रगति भी देखी।
मुख्य सचिव ने मेलाधिकारी, जिलाधिकारी एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्यों को तत्परता, गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ पूर्ण किया जाए ताकि 2027 कुंभ मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
