भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने ज्ञानवापी के दूसरे दिन का सर्वे शुरू कर दिया है। टीम सुबह करीब आठ बजे ज्ञानवापी पहुंची। सर्वे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है। पहले दिन के सर्वे में सात घंटे से ज्यादा समय तक परिसर की आकृति तैयार की है। माप-जोख भी की गई। वाराणसी में ज्ञानवापी सर्वे चल रहा है। सर्वे के दौरान हिंदू मुस्लिम पक्ष से आठ लोगों को मौजूद रहने की इजाजत दी गई है। इन सभी के पास जिलाधिकारी वाराणसी का पत्र पहुंचा था। बता दें कि पहले दिन के सर्वे में मुस्लिम पक्ष मौजूद नहीं था।
ज्ञानवापी के तहखाने से मूर्तियों के अवशेष मिलने का दावा
मां शृंगार गौरी मुकदमे की वादिनी चार महिलाओं के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि नंदी के सामने जो व्यास जी का तहखाना है, वहां से मूर्तियों के अवशेष मिले हैं। हिंदू पक्ष की पैरोकार सीता साहू ने कहा है कि ‘एक मूर्ति मिली है। माप लिया गया है। घास साफ करके मूर्ति निकाली गई है। एएसआई की टीम अपना काम कर रही है। अब दो बजे के बाद सर्वे होगा।’ एएसआई गहराई से अध्ययन करते हुए बारीकी से सर्वेक्षण कर रही है। मुस्लिम पक्ष पूरी तरह से सहयोग कर रहा है। पश्चिमी दीवार को देख और समझ कर सर्वे के किए एक्सपर्ट्स की टीम लगी हुई है। यह सर्वेक्षण अधिवक्ता आयुक्त की कमीशन की कार्रवाई से बहुत ही अलग है। इसका स्वरूप व्यापक है और यहां सब कुछ वैज्ञानिक पद्धति से हो रहा है।हिंदू पक्ष की वादिनी राखी सिंह के अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी ने बताया कि आज मुस्लिम पक्ष पूरा सहयोग कर रहा है। मस्जिद का ताला खुलने के बाद पूरे परिसर का एएसआई की टीम बारीकी से निरीक्षण कर रही है। फोटोग्राफी और विदियोग्राफी का काम आज ज्ञानवापी के अंदर किया जा रहा है। एक-एक बात रिकॉर्ड में दर्ज की जा रही है। नंदीजी के सामने के तहखाने में गंदगी थी। एएसआई के कहने पर उसकी सफाई कराई जा रही है। एक मशीन के माध्यम से ज्ञानवापी परिसर की थ्री-डी इमेजिंग की जा रही है। ज्ञानवापी के अंदर-बाहर, ऊपर-नीचे हर जगह एएसआई के एक्सपर्ट दोनों पक्षों की मौजूदगी में आ-जा रहे हैं। दोनों पक्षों के सहयोग से सर्वे सही तरीके से आगे बढ़ रहा है।
फोर्स कर रही चक्रमण, कमांडो के हवाले गेट नंबर चार
ज्ञानवापी मसले को लेकर कमिश्नरेट के द्वारा खाशा सतर्कता बरती जा रही है। ज्ञानवापी, काशी विश्वनाथ, गोदौलिया चौराहा, बुलानाला, मैदागिन सहित शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस, आरएएफ, पीएसी, एलआईयू समेत अन्य सुरक्षा ऐजेसिंया चौकन्नी थीं। इधर, ज्ञानवापी सर्वे के मूवमेंट पर खुद पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन और डीएम एस. राजलिंगम नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार की सुरक्षा ट्रू पैरा कमांडो के हवाले की गई है। मंदिर परिसर के एक किलो मीटर के दायरे में भी कमांडो गश्त कर रहे हैं। शनिवार को भी ज्ञानवापी आने-जाने वाले मार्ग पर पुलिस बरकेडिंग कर तैनात थी। केवल पैदल यात्रीयों को मंदिर की ओर जाने दिया जा रहा था।ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के लिए आज एएसआई की 61 सदस्यीय टीम के 53 सदस्य मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि एएसआई की टीम आज सीढ़ी लेकर भी ज्ञानवापी में गई है। मस्जिद का ताला खोला गया लेकिन तहखाना अभी भी बंद है।मुस्लिम पक्ष से ये हैं मौजूद
ज्ञानवापी के पुरातत्व सर्वेक्षण की कार्यवाही में आज मुस्लिम पक्ष के दो वकील समेत तीन पैरोकार सहयोग कर रहे हैं, जिसमें मुमताज़ अहमद, मोहम्मद एखलाक अहमद वकील हैं।
मस्जिद के केयरटेकर एजाज अहमद ने आज मस्जिद ताला खोला, जिससे एसआई की टीम ने मस्जिद के अंदर प्रवेश किया। वजूखाने को छोड़कर आज मस्जिद के अंदर भी सर्वे होगा।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का ट्वीट
ज्ञानवापी में सर्वे के दूसरे दिन सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- ‘एक बार जब ज्ञानवापी की एएसआई रिपोर्ट सार्वजनिक हो जाएगी, तो कौन जानता है कि चीजें कैसे आगे बढ़ेंगी। आशा है कि न तो 23 दिसंबर और न ही 6 दिसंबर की पुनरावृत्ति होगी। पूजा स्थल अधिनियम की पवित्रता के संबंध में अयोध्या फैसले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का अनादर नहीं किया जाना चाहिए। आशा यह है कि एक हजार बाबरियों के लिए द्वार नहीं खोले जाएंगे।’
