विकासनगर। तीनों ऊर्जा निगमों में सातवें वेतन आयोग के अंतर्गत एसीपी में वेतन निर्धारण के फलस्वरूप उत्पन्न हुई वेतन विसंगति, रिकवरी से कुछ कर्मचारियों के वेतन में कटौती एवं वेतन कम होने का हाइड्रोइलेक्ट्रिक इंप्लाइज यूनियन उत्तराखंड के घोर विरोध किया है। यूनियन ने निगम प्रशासन के ध्यानाकर्षण के लिए खोदरी पावर हाउस के गेट पर विरोध प्रदर्शन कर निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हाइड्रो इंप्लाइज यूनियन ने 23 जून को देहरादून में आयोजित सत्याग्रह के समर्थन मे गेट मीटिंग का आयोजन खोदरी पावर हाउस के गेट पर प्रदर्शन किया। जिसमें समस्त कर्मचारियों ने 23 जून को देहरादून में होने वाले सत्याग्रह कार्यक्रम के समर्थन में अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में संचालन पंकज नैथानी तथा अध्यक्षता संजय राणा ने की। कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया गया कि इस आंदोलन को उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने अपना समर्थन दिया है तथा कर्मचारियों की समस्याओं पर शीघ्र कार्यवाही ना होने की दशा में विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा भी आंदोलन में सम्मिलित हो सकता है।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि तीनों ऊर्जा निगमों में एसीपी की व्यवस्था के बाद किए जा रहे वेतन निर्धारण में जिन कर्मचारियों का वेतन कम हो रहा है उसका समाधान किया जाए, संवर्ग परिवर्तन की दशा में एसीपी में विकल्प की व्यवस्था प्रदान की जाए, पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। इस अवसर पर हाइड्रोइलेक्ट्रिक इंप्लाइज यूनियन के परियोजना महामंत्री संजय राणा के द्वारा अवगत कराया गया कि यमुना घाटी में स्थित सभी पावर हाउस तथा विभागीय कार्यालय के कार्मिकों के द्वारा 23 जून को निगम मुख्यालय पर सत्याग्रह में भाग लिया जाएगा। संगठन के अध्यक्ष कहर सिंह और कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कर्मचारियों को संदेश दिया गया कि जब तक तीनों ऊर्जा निगमों में कर्मचारियों के साथ हो रहे इस अन्याय को समाप्त नहीं किया जाएगा संगठन संघर्ष जारी रहेगा। प्रदर्शनकारियों में गोपाल बिहारी, सुमित्रा, मुकुल, जितेंद्र कश्यप ,प्रेम प्रकाश ,संजय सत्संगी, गुलाब, योगेश , गोविंद, सूरत सिंह , डीसी पंत, मोहम्मद रियाज, सागर, भगवान प्रसाद, रुद्र राम, धीरेंद्र पंत,कामवीर, सोनम मखीजा, रिंकी तोमर, दिग्विजय रावत, सुशील टम्टा, राजेश तिवारी, विनीत सैनी, कमलेश कश्यप आदि शामिल रहे।
