Rajasthan News: पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास, उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री और कांग्रेस नेता सुभाष महरिया (Subhash Maharia) ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में कहा है कि मैंने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद से बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ जमीनी स्तर पर जी-तोड़ मेहनत की. इसका नतीजा यह निकला कि सीकर लोकसभा क्षेत्र की सभी आठ विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी को चुनावी सफलता मिली और राजस्थान (Rajasthan ) में कांग्रेस की सरकार अस्तित्व में आई. उन्होंने कहा कि मैंने, किसान व नौजवान को गांव और ढाणियों में जाकर भरोसा दिलाने का प्रयास किया कि कांग्रेस (Congress) नीत सरकार का गठन होने पर घोषणा पत्र में किए गए शत-प्रतिशत वादे पूर्ण किए जाएंगे. कांग्रेस नेता सुभाष महरिया पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में कहा कि साल 2019 में लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा. परंतु कांग्रेस पार्टी द्वारा एक भी समीक्षा बैठक आज तक नहीं की गई. वर्तमान में सत्ताधीन कांग्रेस नीत सरकार घोषणा पत्र के वादों को पूर्णरूप से भुला चुकी है.
इसलिए पार्टी छोड़ने का लिया फैसला

कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के किसानों का कर्जमाफी और युवाओं की बेरोजगारी दूर करने का वादा किया था. प्रदेश की जनता ने पार्टी नेताओं के वादों पर भरोसा कर वोट दिया. अब ऐसा करने वाला प्रदेश का किसान और युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है. सीकर जिले में कांग्रेस पार्टी के जमीनी स्तर पर मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं की घोर उपेक्षा हुई है. इन परिस्थितियों में कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहकर कार्य करना मेरे लिए संभव नहीं है. इसलिए मैं, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से त्यागपत्र दे रहा हूं.
