जल स्त्रोतों की सफाई, “एक पेड़ माँ के नाम”, और ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों पर ज़ोर
हर जिले के समग्र विकास और पर्यावरण संरक्षण के लक्ष्य को लेकर शासकीय आवास पर जिलाधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि विकसित भारत के निर्माण में विकसित उत्तराखंड और उसके लिए विकसित जनपद की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने जिलों में विकास कार्यों को तेज़ गति से लागू करें। विशेष रूप से पर्यावरण सरंक्षण के तहत 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान को प्रभावी ढंग से चलाते हुए व्यापक पौधारोपण कराया जाए और बच्चों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
प्राकृतिक जल स्त्रोतों — अमृत सरोवर, बावड़ी और नौलों की नियमित सफाई, रिचार्जिंग वेल को बढ़ावा देना, और मानसून को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन तंत्र को अलर्ट मोड पर रखना भी निर्देशों में शामिल रहा।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 10 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय आयोजन कराने और शैक्षणिक संस्थानों में “ऑपरेशन सिंदूर” पर निबंध एवं भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित कराने के निर्देश भी दिए गए, जिससे युवाओं में देशभक्ति और सैन्य पराक्रम की भावना को बल मिले।
साथ ही, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905 पर आने वाली शिकायतों की नियमित निगरानी और भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064 से जुड़ी जानकारी को सभी सरकारी कार्यालयों में प्रमुखता से प्रदर्शित करने के भी निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए।
