हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में सराहनीय सामाजिक पहल, गर्मी में राहत देने की अनूठी मिसाल—
हरिद्वार, वार्ड 49 लक्कड़हारान:जहां एक ओर उत्तर भारत में सूरज आसमान से आग बरसा रहा है, वहीं दूसरी ओर धरातल पर कुछ ऐसे जनप्रतिनिधि भी हैं जो अपने कर्मठ और मेहनती सफाई कर्मियों की सेहत के प्रति पूरी तरह सजग हैं। इसी क्रम में वार्ड 49 लक्कड़हारान के पार्षद प्रतिनिधि शिवम श्रोत्रिय ने आज एक सराहनीय पहल करते हुए अपने वार्ड के सभी सफाई कर्मचारियों को ग्लूकोन-डी और रूहअफजा की बोतलें वितरित कीं।
गर्मी का पारा इस समय 45 डिग्री के पार जा पहुंचा है। ऐसे में सुबह से शाम तक शहर की गलियों, मोहल्लों और नालियों की सफाई करने वाले सफाईकर्मी लगातार स्वास्थ्य जोखिमों का सामना कर रहे हैं। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए शिवम श्रोत्रिय ने न केवल उनके स्वास्थ्य के प्रति चिंता व्यक्त की, बल्कि व्यक्तिगत रूप से राहत सामग्री वितरित कर यह भी दिखाया कि एक जागरूक जनप्रतिनिधि समाज के सबसे ज़रूरी वर्ग के लिए कितना संवेदनशील हो सकता है।
“सफाई कर्मी हमारी व्यवस्था की रीढ़ हैं” — शिवम श्रोत्रिय
पार्षद प्रतिनिधि शिवम श्रोत्रिय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,
“सफाई कर्मचारी हमारी व्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं। चिलचिलाती धूप और तपती ज़मीन के बीच भी ये बिना रुके अपने कार्य में लगे रहते हैं। ऐसे में यह हमारा नैतिक और सामाजिक कर्तव्य है कि हम उनकी सेहत और आवश्यकताओं का ध्यान रखें।”
उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत हर सफाई कर्मचारी को एक-एक ग्लूकोन-डी का पैकेट और रूहअफजा की बोतल प्रदान की गई है, ताकि उन्हें डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से कुछ हद तक राहत मिल सके। यह वितरण कार्य पूरी पारदर्शिता और सावधानी के साथ किया गया, ताकि कर्मचारियों को सीधे लाभ पहुंचे।
कर्मचारियों में दिखी खुशी, सराहना की पहल की
इस पहल से कर्मचारियों के बीच उत्साह और आभार का भाव स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। एक सफाई कर्मचारी ने भावुक होकर कहा,
“हर कोई हमें काम के लिए याद करता है, लेकिन कोई हमारे स्वास्थ्य के बारे में नहीं सोचता। शिवम जी ने आज जो किया है, वह हमारे लिए बहुत मायने रखता है।”
सामाजिक सरोकारों की नई दिशा
हरिद्वार जैसे धार्मिक और पर्यटक नगरी में सफाई व्यवस्था अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यहाँ रोज़ाना हजारों श्रद्धालु आते हैं और नगर की स्वच्छता इन कर्मवीरों के बल पर ही टिकती है। ऐसे में शिवम श्रोत्रिय की यह पहल न केवल एक प्रशंसनीय कार्य है, बल्कि अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए एक मिसाल भी है।
शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं और जागरूक नागरिकों ने इस कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा है कि अगर सभी वार्डों में इसी तरह कर्मियों की आवश्यकताओं पर ध्यान दिया जाए, तो नगर निगम की छवि और स्वच्छता दोनों में सुधार होगा।
